पानी- पानी इस दुनिया में ,
हम सब की यही पुकार |
बिन पानी क्या होगा यारो ,
किया कभी तुमने बिचार ||
दो बूंद जिन्दगी की होती ,
खुशियों की अपरम्पार|
दो बूंद ही जीवन में लाती ,
खुशियों की नयी बहार ||
कीमत पानी का समझाना ,
लगता नहीं इतना आसान |
पानी -पानी अनमोल रतन ,
दुनिया में पानी बहुत महान||
पानी को हमने बर्बाद किया ,
पानी को हमने बहा दिया |
पानी को घर की तहरी समझ,
पानी का हमने अपमान किया ||
करते रक्षा जीवन की हम ,
पानी की रक्षा क़र ना सके |
जब पता चला पानी ही नहीं ,
पानी को ढूढने हम निकले||
पानी की महिमा यूँ पूछो ,
रेगिस्तानो औ बंजारों में |
हम सब की यही पुकार |
बिन पानी क्या होगा यारो ,
किया कभी तुमने बिचार ||
दो बूंद जिन्दगी की होती ,
खुशियों की अपरम्पार|
दो बूंद ही जीवन में लाती ,
खुशियों की नयी बहार ||
कीमत पानी का समझाना ,
लगता नहीं इतना आसान |
पानी -पानी अनमोल रतन ,
दुनिया में पानी बहुत महान||
पानी को हमने बर्बाद किया ,
पानी को हमने बहा दिया |
पानी को घर की तहरी समझ,
पानी का हमने अपमान किया ||
करते रक्षा जीवन की हम ,
पानी की रक्षा क़र ना सके |
जब पता चला पानी ही नहीं ,
पानी को ढूढने हम निकले||
पानी की महिमा यूँ पूछो ,
रेगिस्तानो औ बंजारों में |
पाओगे हर इंसानों में