हम सब आज ये प्रण लेते है , भ्रस्टाचार मिटायेंगे
आने वाली हर बाधा को , हसते - हसते सह जायेंगे ,
अपने सत्कर्मो के द्वारा , लोगो को सिखलाएंगे
उनके अंदर देशप्रेम की , गंगा हमी बहायेंगे ,
अपनी भारत भूमि को हम , फिर से स्वर्ग बनायेगे ||
गाँधी और जवाहर जैसे , नेता हमी बनायेंगे
अपने भारत की गुरुता को आगे हमी बढायेंगे ,
लोगो को निर्भीक बनाकर , आलस दूर भगायेंगे
उनको अपने सत्कर्मो का , तत्वाबोध कराएँगे ,
अपनी भारत भूमि को हम , फिर से स्वर्ग बनायेगे ||
आओ अब वो समय आ गया , हल्दीघाटी की यादो का
अन्यायों से लाधना होगा मेवारमुकुत बन रहो का ,
नदियों की तरह मिलना होगा गहराई में जाना होगा
भारत को स्वर्ग बनाने का , सपना तब ही पूरा होगा ,
नारी को बनना होगा सीता , पुरुसो को बनना होगा राम ,
तभी हम ला पाएंगे जग में , सुख शांति ओर प्रेम अपार
राम राज्य के उस सपने को साकार तभी कर पाएंगे ,
आने वाली हर पीढ़ी को लव कुश हमी बनायेगे
अपनी भारत भूमि को हम , फिर से स्वर्ग बनायेगे ||